
दोस्तों,मैं आपका सुमित चावला आपके लिए लाया हूँ फिर एक नयी सेक्सी स्टोरी ! आशा करता हूँ की आपको यह स्टोरी पसंद आएगी ! जिसमें मैंने अपनी बड़ी बहन की मारी चुत !
मेरा घर अहमदाबाद के एक छोटे छोटे से शहर में है ! मेरी उम्र अभी बीस वर्ष की है ! यह स्टोरी मेरी कजिन सिस्टर अलीशा की है जो अभी पेचिस वर्ष की है !
मेरी सिस्टर का फिगर बहुत जबरदस्त है ! गांड के दोनों तरफ हिस्से बड़े – बड़े है और बहार की तरफ निकले हुए है ! उनकी पतली सी कमर क्या ही बताऊ ? और उनके बड़े – बड़े और टाइट बूब्स है ! उनका रंग पूरा गोरा है !
उनको देखते ही मेरा मन करता है की उन्हे पटक कर उनकी चुत में मेरा लण्ड डाल दूँ ! अलीशा दीदी की गांड को देख कर मेरा पुरा मूड बन जाता है !
दीदी का घर हमारे घर के बिलकुल सामने ही है ! मेरी दीदी के साथ अच्छी बनती है ! यहाँ तक की हम आपस में अपनी पर्सनल बातें भी शेयरन कर देते है ! एक दिन दीदी मेरे घर पर आयी और पार्क में घूमने चलने के लिए कहा !
तो मैं जल्दी से तैयार हो गया ! दीदी ने उस दिन बिलकुल टाइट जीन्स पहनी थी ! जिससे उनकी गांड पूरा शेप दिखा रही थी ! मैं और दीदी पार्क में घूमने के लिए चले गए ! वह पर एक कुतिया थी जिसके पीछे पांच कुत्ते लगे हुए थे !
उनमे से एक कुत्ता उस कुतिया की चुत में अपना लण्ड डालने लगा ! मैं और दीदी उन्हे देख कर हंसने लगने !
उन्हे देख कर दीदी मुझसे कहने लगी क्या तुमने कभी किसी को किस किया है ? मैंने दीदी को कहा नहीं पर मैं करना चाहूंगा !
हम दोनों घूमने के बाद घर की तरफ जाने लगे तभी दीदी ने मेरा हाथ पकड़ा और कहा कुछ चाहिए हो तो बताना ! इतना कह कर दीदी अपने घर चली गयी ! मुझे पता चल गया था की दीदी भी सेक्स की गर्मी से पूरी भरपूर है !
दो दिन बीत गए जब दीदी मुझसे मिलने नहीं आयी तो मैं दीदी के घर चला गया ! उनके घर की गैलरी एक साइड में थी और दूसरी साइड में रूम था ! मैं जैसे ही गैलरी में पहुंचा तो मुझे एक अजीब सी आवाज सुनाई दी ! ! वो आवाज मुझे थोड़ी अलग लगी !
इसीलिए मैं कुछ बोला नही ! बस चुपचाप आगे रूम की तरफ बढ़ता रहा ! मुझे वह से मॉनिंग की आवाज सुनाई दी ! और मुझसे रहा नहीं गया इसीलिए मैंने की – हॉल से देखा ! अंदर का नजारा देखते ही मेरे होश उड़ गए !
अंदर दीदी एक हाथ में मोबाइल थामे सेक्सी वीडियोस देख रही थी ! और एक हाथ से अपनी चुत में ऊँगली कर रही थी ! दीदी की चुत बिलकुल पिंक कलर की थी जिस पर बड़ी – बड़ी झांटे उगी हुई थी ! दीदी ने अपनी चुत में दो ऊँगली दाबी हुई थी !
ज्यादा ऊँगली करने से दीदी की चुत में दर्द होने लगा और जोर से चिल्लाई आह…ऊफ…बहुत दर्द हो रहा है अहम्म… ओह… फ़क में हार्डर !
मैंने दीदी की ऐसी स्थिति देख कर मेरा भी पूरा मूड बन गया ! मेरा लण्ड पूरा कड़क खड़ा हो गया ! मगर फिर मैं वहां से चला गया ! मुझे वो समय सही नहीं लगा ! फिर मैं पूरी रात दीदी के बारे में सोचता रहा ! मुझे पूरी रात नींद तक नहीं आयी ! मैं दीदी को चोदने के तरीके सोचता रहा और मुठ मरता रहा !
एक दिन मेरे पास अलीशा दीदी के पापा का फ़ोन आया की वे पूरी फॅमिली दो दिन बाद किसी की शादी में जा रहे है ! केवल अलीशा दीदी घर पर रहेगी इसीलिए मुझे रात को दीदी की घर पर ही सोने के लिए कहा ! तो मैंने बिना कुछ सोचे समझे ही हाँ करदी !
यह मेरे लिए सोने पर सुहागा हो गया था ! दो दिन बाद रात के समय मैं खाना खा कर दीदी के घर चला गया ! मैंने जाकर दीदी से पूछा की कोनसे रूम में सोना है तो दीदी ने कहा तुम मेरे साथ मेरे रूम में ही सो जाना ! में बहुत खुश था !
हम दोनों एक ही बीएड बेड पर सो गए ! हमारे सो जाने के करीबन दो घंटे बाद दीदी मुझे हिलाकर देख रही थी की मैं सो गया हूँ या नहीं ! मगर मैं कुछ नहीं बोला !
कुछ देर बाद दीदी की तरफ वाला कम्बल हिलने लगा ! तभी मैं समझ गया की दीदी ने फिंगरिंग करनी चालू कर दी है ! दीदी बहुत धीमी आवाज में मॉनिंग कर रही थी !
मगर मैं यह सुनने के बाद मदहोश रह गया की दीदी मेरा नाम लेकर फिंगरिंग कर रही थी ! कुछ देर बाद ही दीदी का पूरा पानी निकल गया और दीदी ने अपने पैरों को लम्बा कर लिया ! और सो गयी !
मुझे कहा अब नींद आनी थी ! मेरी तो पूरी नींद ही उड़ गयी थी ! मैंने कम्बल में ही अपनी पेंट निचे की और मुठ मारने लगा ! मूड में आने की वजह से मैंने जोर- जोर से मुठ मारनी चालू करदी ! तभी दीदी की नींद खुल गयी !
दीदी ने अचानक से ही कम्बल हटाया दिया ,उन्होने मेरा लण्ड भी देख लिया और जोर जोर से हंसने लगी और कहा क्या कर रहे थे ? अभी सबको बताऊ घर पर कॉल करके ?
तो मैंने भी इस बार होंसले के साथ बोल दिया की आप भी तो करती हो ! दीदी बिलकुल हैरान रह गयी और कहा तुम्हे कैसे पता ! तो मैंने बताया की मुझे सब पता है आप फिंगरिंग कर रही थी मेरा नाम लेकर !
तभी दीदी ने कहा की तुम मेरे घर मत बताना मैं तुम्हारे घर नहीं बताउंगी ! तो मैंने नहीं मुझे तो आपकी गांड चोदनी है ! दीदी में आपको बहुत पसंद करता हूँ ! मैं कब से आपकी मारना चाहता था !
दीदी ने कहा तो तुमने मुझे पहले क्यों नहीं कहा ये तो सबसे अच्छा है मैं बहार कहीं मुँह नहीं मरूंगा जब मुझे अंदर ही लण्ड मिल रहा हैं ! यह सुनकर मुझे पूरा कॉन्फिडेंस आगया और मैं दीदी के ऊपर चढ़ गया और किस करने लगा !
दीदी भी मुझे किस करने लगी ! अब हम दोनों फ्रेंच किस करने लग गए थे ! साथ ही में में दीदी के बूब्स भी दबाने लगा ! दीदी के सख्त दिखने वाले बूब्स इतने ज्यादा मुलायम होंगे कभी सोचा नहीं था !
मैं पहली बार दीदी के इस तरह से बूब्स को दबा रहा था ! मुझे उनके बूब्स दबाने में बहुत मजा आ रहा था !
फिर मैंने दीदी का हाथ पकड़ा और मेरे लण्ड पर लगा दिया ! और मैं अपना हाथ धीरे – धीरे दीदी की चुत की तरफ बढ़ाने लगा ! जिससे अब दीदी भी पूरी गरम होती जा रही थी ! दीदी अब अपना आप खोने लगी और मुझे जोर – जोर से किस करने लगी !
मैं दीदी को किस करते निचे गर्दन पर किस करने लगा ! दीदी को पुरे मजे आ रहे थे ! वे जोर – जोर से सिसकारियां लेने लग गयी ! फिर मैंने दीदी की टी शर्ट उतारी और उनके बूब्स को चूसने और काटने लगा !
उनके बूब्स को चूसने की वजह से निप्पल की जगह गोलाई में बूब्स गीले हो गए थे ! जो पूरी सेक्सी लुक दे रहे थे !
फिर मैं उनके पैरों को चूसने लगा ! दोस्तों दीदी की चुत में से बहुत ही सूंदर खुसबू आ रही थी ! मन तो कर रहा था की दीदी की चुत को खा ही जाऊ !
फिर मैंने दीदी के आँखों में आंख डालकर लण्ड की तरफ इशारा किया और दीदी समझ गयी ! दीदी ने अपने बालों को गांठ लगाई और मेरे मोटे ताजे लण्ड को हाथ में लेकर सहलाने लगी !
मैंने दीदी से कहा दीदी मेरे लंड को आपके मुँह की गर्मी की भी सैर करवा ही दो ! दीदी ने पहले तो मुँह में लेने से मना कर दिया ! पर मैंने दीदी का सेर कसकर पकड़ा और अपना लण्ड जबरदस्ती दीदी के मुँह में डाल दिया !
लगभग बीस मिनट तक मैं दीदी को अपना लण्ड चुसाता रहा ! दीदी को बिलकुल भी सांस नहीं आ रहा था ! उनका पूरा मुँह लाल हो गया था ! और फिर मेरा सारा माल दीदी के मुँह में ही झड़ गया !
अभी भी दीदी की गर्मी कम नहीं हुई थी ! मैं तो बेड पर लेट गया था ! पर पांच मिनट बाद मेरा लण्ड फिर पहले जैसा खड़ा हो गया!
अब दीदी खुद ही बिना कुछ बोले घोड़ी बन गयी थी ! मैं दीदी के पैरों को पीछे से कसकर पकड़ा और जोर से तीन से चार थप्पड़ मारे जिस से दीदी की उत्तेजना और भी बढ़ गयी हो ! और तो ओर ऐसा लग रहा था जैसे की मेरी गांड में आग लगी हो !
मैंने अपना लण्ड दीदी के मुँह के सामने किया दीदी ने उस पर थूका और मैं दीदी के पीछे जाकर उनको गांड के दोनों हिस्सों को अपने हाथों से फैला कर गांड की छोटी सी मोरी में अपना लण्ड डालने लगा ! जैसे ही मैंने लण्ड डालना चालू किया तो दीदी मेरा नाम लेकर सिसकारियां भरने लगी !
मैंने इस बार जोश के पूरा झटका मारा और आधा लण्ड दीदी की गांड में घुस गया ! दीदी को बहुत दर्द होने लगा ! दीदी ने रोना चालू क्र दिया मगर मुझे रुकने के लिए एक बार भी नहीं कहा फिर मैं खुद ही थोड़ा धीरे होगया पांच मिनट बाद दीदी
नार्मल हो गयी !
और अब दीदी को पूरे मजे आने लगे और मैंने भी अब अपनी पोजीशन ले ली ! मैंने दीदी की चींखे तक निकलवा दी लगतार बीस मिनट तक दीदी की गांड मारने के बाद हम दोनों बेड पर लेट गए ! हम दोनों के सांस फुले हुए थे ! हम दोनों ही जोर से साँसे ले रहे थे !
दस मिनट तक आराम करने के बाद मैंने दीदी को फिर से खड़ा कर लिया ! क्युकी मुझे पता था की मजा आज ले लूँ जितना लेना है कल अंकल वापिस आ जायेंगे ! फिर मैंने दीदी का एक पैर टेबल पर ऊपर की तरफ रखा और दूसरा जमीन पर !
दीदी की छूट को चौड़ी कर के मैंने उसमे भी अपना लण्ड डालना चालू कर दिया ! झटको के साथ मैंने दीदी की चुत मरना चालू कर दिया ! हम दोनों भाई – बहन इसी तरह पूरी रात सेक्स करते रहे ! और फिर जब भी मुझे मौका मिलता तब मैं दीदी की फाड़ने चला जाता !
तो दोस्तों यह थी मेरी और मेरी दीदी की सेक्सी स्टोरी ! आपको स्टोरी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं ! मैं अपनी अगली स्टोरी भी इसी वेबसाइट पर जल्द ही लेन वाला हूँ ! आप हमारी वेबसाइट www.antarvasnakatha.comपर डेली विजिट करें !