antarvasna sexy stories में मैं चाहता था कि मैं औरतों की गुलामी करूं. यह मौक़ा मुझे मेरी मम्मी और मौसी ने दिया. दोनों ने मुझसे कुत्ते की तरह बर्ताव किया.
सभी दोस्तों को मेरा प्रणाम!
मेरा नाम शुभम है और मेरी आयु 19 वर्ष है।
मैं चंडीगढ़ का रहने वाला हूँ।
यह कहानी मेरी बड़ी मम्मी पिंकी और उनकी फ्लैटमेट किरण मौसी की है कि कैसे उन्होंने मुझे अपना पालतू कुत्ता बनाया।
मेरी मम्मी पिंकी की आयु 30 वर्ष और उनकी फ्लैटमेट किरण मौसी की आयु 29 वर्ष है।
मुझे अपने कॉलेज के समय से ही नारीवाद में काफी रुचि होने लगी थी।
मैं हमेशा से चाहता था कि मैं मम्मी का गुलाम बनके रहूं, उसका पालतू कुत्ता बन के रहूँ और वह कुछ भी करे मेरे साथ!
अब मैं मुख्य स्लेव सेक्स डर्टी स्टोरी पर आता हूँ।
बात तब की है जब मौसी का जन्मदिन था और मेरी मौसी ने मुझे इनवाइट किया अपने घर पर छोटी सी पार्टी के लिए।
मेरी मम्मी वहां पर पहले से ही चली गयी थी ! मेरी मम्मी बहुत cool माइंड की है ! मैं भी जल्दी ही वहां चला गया !
जैसे ही मैं पहुँचा तो मम्मी ने दरवाज़ा खोला, मैं उन्हें देखता ही रह गया.
उन्होंने एक ऊंची एड़ी वाली सैंडलl पहनी थी जिनको देख कर मेरे होश उड़ गए
मम्मी हैरान हो गई क्योंकि मैंने कभी उनको इस तरह के कपड़ो में नहीं देखा था !
फिर उन्होंने मुझे किरण मौसी के पैर छूने के लिए बोला.
उन्होंने एक फ्लैट सैंडल पहनी थी।
मैंने ख़ुशी खुशी से मौसी के पैर भी छू लिए क्योंकि मैं तो शुरू से ही औरतों के चरणों का दास बन कर रहना चाहता था !
हम लोगों ने थोड़ी देर बातें की और उस दौरान मैं मम्मी और मौसी दोनों के पैरों को देखता रहा।
दोनों मेरी ये हरकत नोटिस कर चुकी थी और समझ चुकी थी कि वे आसानी से मुझे अपना गुलाम बना सकती हैं।
मौसी ने व्हिस्की मंगवा रखी थी और थोड़े बहुत स्नैक्स भी थे।
हम लोगों ने ड्रिंक लेना आरम्भ किया।
मेरी मम्मी मुझे बिल्कुल भी मना नहीं करती है ! क्योंकि वे खुद ड्रिंक करने वाली थी !
मौसी और मम्मी दोनों अपने पैर मेज पर रखे हुए थे।
मैंने एकदम से अपना मोबाइल नीचे गिराया और ढूँढने के बहाने मम्मी की सैंडल्स को सूंघने लगा।
मैं इस काम में इतना खो गया, उनकी सैंडल्स की खुशबू सूंघते हुए मुझे पता है नहीं लगा कि वे दोनों मुझे देख रही हैं।
इतने में आवाज आयी की- देखा पिंकी, मैंने कहा था ना कि तेरा बेटा हमारा कुत्ता स्लेव बन सकता है।
मम्मी ने मेरा मुँह ऊपर किया और जोर जोर से कई थप्पड़ मेरे मुँह पे मेरे और मेरे मुँह पर थूक दिया।
उसके बाद मौसी ने भी 10 -12 थप्पड़ मेरे मुंह पर मारे और बहुत सारा थूक मेरे मुँह में थूका।
मम्मी ने कहा- आज हम दोनों तेरा वो हाल करेंगे कुत्ते … कि तू हमेशा याद करेगा। आज से मैं तेरी मम्मी नहीं मालकिन हूँ. और तू अब से हमारे साथ ही रहेगा हमारा कुत्ता बन के!
फिर मौसी अपने रूम से एक बैग लेकर आयी और अपने पैर मेज पर रख कर सोफे पर बैठ गई और मुझे उनके पैर चाटने को बोला।
मैं मौसी के पैर चाटने लगा !
इतने में मम्मी ने बैग खोला और उसमें से हंटर निकाला और मेरी पीठ पर बरसाना शुरू कर दिया।
मैं बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्लाया- आह ह्ह्ह मम्मी … मत मारो प्लीज अहहाह!
उन्होंने और जोर जोर से मारना शुरू कर दिया और कहा- साले में तेरी मम्मी नहीं, मालकिन हूँ।
फिर मौसी ने अपना पूरा पैर मेरे मुँह में डाल दिया और मुझे चूसने को कहा कि मेरी चीखें बाहर ना निकले।
तभी मम्मी ने मार मार कर मेरी गांड और पीठ दोनों लाल कर दी थी।
उसके बाद मम्मी ने मुझे अपने पैर चटवाये और मौसी ने मेरी हंटर से पिटाई की।
मौसी बहुत ताकत वाली थी इसलिए मैं उनकी मार झेल नहीं पाया और बेहोश हो गया.
मगर उन्होंने मारना बंद नहीं किया और मम्मी ने अपनी सैंडल की हील मेरे मुँह में डाल रखी थी।
दोनों ने एक एक पेग पिया और मेरे मुँह में थूक थूक कर मुझे होश में लाई।
इसके बाद उन्होंने मुझसे अपनी बगलें आर्मपिट्स चटवायी. इनमें से पसीने की बदबू आ रही थी पर मुझे मजा आ रहा था.
फिर दोनों ने अपनी चूत और गांड भी मेरे से अच्छे से चटवायी।
फिर मम्मी ने मेरा लंड मुंह में लेकर खडा किया और फिर उस पर थप्पड़ मार मार कर लाल कर दिया.
अब तक मेरी बुरी हालत हो चुकी थी और मुझे प्यास लगी थी।
मैंने मौसी से कहा- मुझे प्यास लगी है!
तो वह मुझे बाथरूम में ले गई और दोनों ने बारी बारी मेरे मुँह पे अपनी चूत रख के सारा पेशाब मेरे मुँह में कर दिया और मुझे पिला दिया।
उसके बाद मम्मी ने मुझे नहा कर के कमरे में आने को बोला।
जब मैं रूम में गया तो मैं बहुत डर गया।
दोनों ने स्ट्रैप ऑन डिलडो पहन रखे थे और वे 7 इंच लंबे और 4 इंच मोटे थे।
दोनों ने दो दो पेग और पिये और मुझे भी एक पेग दिया।
पहले दोनों ने खूब सारा थूक मेरी गांड में थूका और फिर पहले मम्मी ने अपना डिल्डो मेरी गांड के अंदर एक झटके में डाल दिया.
मैं इतनी जोर से चीखा की मौसी भी डर गई- आई आई आ आह … मर गया मम्मी … छोड़ दो मुझे!
मगर मम्मी ने कहा- कोई रहम मत कर इस कुत्ते पर … और शुरू हो जा! चोद इसकी गांड साले की माँ की चूत … कुत्ता हरामी बहन का लौड़ा!
मौसी ने अपना पैर मेरे मुँह में डाल दिया ताकि मैं चीख ना पाऊँ।
और फिर मम्मी ने फिर से एक झटके में पूरा डिल्डो मेरे अंदर डाल दिया और जम के चोदा मुझे!
स्लेव सेक्स मैं चिल्ला भी नहीं पा रहा था पर मेरी आरजू पूरी हो रही थी इस तकलीफ में भी!
दोनों लड़कियों ने मुझे रात 3 बजे तक चोदा, स्लेव बनाकर डर्टी सेक्स किया और उसके बाद अपनी चूत चटवा कर उसका रस मेरे मुँह में झाड़ कर सो गई।
सोते वक्त उन्होंने मेरा मुंह अपने पैरों के नीचे रखा और अपने पैर चाटने को कहा जब तक वे दोनों सो ना जायें।
अब मैं हर शनिवार रविवार को मैं उनके वहाँ जाता हूँ और एक कुत्ते की तरह रहता हूँ।
मुझे इस खेल में बहुत मजा आता है.
दोस्तो, कैसी लगी मेरी hindi sexy story
प्लीज़ मुझे ईमेल पर और कमेंट्स में जरूर बतायें।
मैं जल्द ही अपनी अगली कहानी लेकर आऊँगा।
आप हमारी वेबसाइट wwwantarvasnakatha.com पर डेली विजिट करें और आनंद लें !