मॉडर्न आंटी की चूत की चुदाई-Hot Sex Story Of Aunty

मॉडर्न आंटी स्टोरी में मैं किसी लड़की या आंटी की तलाश में था जो मुझसे चुद जाए पैसे लेकर. एक दिन बस में एक जवान आंटी मेरे बगल में बैठी. उसने पैसों की समस्या बताई.

नमस्कार दोस्तो,
मैं वैसे तो antarvasna का बहुत पुराना पाठक हूँ।
मगर लेखक के तौर पर ये मेरी पहली रचना है।
उम्मीद है कि आपको ये मॉडर्न आंटी स्टोरी पसंद भी आएगी।

मैं अक्सर मोबाइल में porn videos देखा करता हूँ।
उसमें मैंने देखा है कि विदेशी लोग रोड़ पर चलते हुए किसी लड़की को पैसे देकर करते हैं और लड़की को अपनी चूची और बुर दिखाने को बोलते हैं।

जब लड़की मान जाती है और अपना सामान दिखा देती है, तो वो और पैसों का लालच दिखा कर उसे चोदने के लिए मना लेते हैं।
मैंने भी ये सब देख कर अपने ही देश में ऐसा कुछ करने का सोचा।

मगर ये इतना आसान नहीं है, ये भी पता था मुझे!

फिर भी मैंने सिर्फ मजे लेने की सोचते हुए अपनी तलाश शुरू कर दी।
मैं अपने शहर के रेलवे स्टेशन, मॉल, बस स्टॉप सब जगह घूमने लगा और थोड़ी बोल्ड और बिंदास टाइप की लड़कियों को ढूंढने लगा।

मगर कई दिन बीत गए।
कोई ऐसी हॉट लड़की ना मिली जो मेरे काम की थी।
आखिर मैं थक हार कर बैठ गया।

लेकिन किस्मत कब पलट जाए किसे पता।
हुआ यूँ कि मैं घर से 15 किलोमीटर दूर अपने दोस्त के घर जाने के लिए निकला था।
और बस से जा रहा था।

तभी बस में एक 30-32 साल की शादीशुदा महिला सवार हुई।
साथ में लगभग दो साल का बच्चा भी था।

उसके बारे में लिखूँ तो बहुत सुंदर तो नहीं थी, मगर इग्नोर करने लायक भी नहीं थी।
तनी हुई चूची उसको कुछ खास बना रही थी।
रंग पूरा गोरा दूध के माफिक !
आँखें सुंदर थीं और चेहरा थोड़ा गोल।
कुल मिला कर चोदने लायक तो थी ही।

मेरा नसीब कि वह आंटी मेरे ही बगल आके बैठ गयी।
पांच मिनट बाद बोली- भैया थोड़ा और दूर बैठिए, बच्चे को भी बिठा लूँ।
मैंने कहा- उसे गोद में बिठा लो, मैं न हिलने वाला अब।

वो थोड़ी परेशान हो गयी।
तो तरस खा मैंने उसके बच्चे को अपनी गोद में बिठा लिया।

फिर मैंने ही उससे बातें शुरू कर दी।
तो वो बोलने लगी कि उसका घरवाला बाहर रहता है और बाहर के सारे काम उसे ही करने पड़ते हैं। आज बैंक से पैसे निकालने गयी थी। मगर पैसे नहीं निकल पाए, अब 5-6 दिन की छुट्टी है, काम कैसे चलेगा पता नहीं।

यह सुनते ही मेरे दिमाग का शैतान जाग उठा।
मैंने उस आंटी से धीरे से कहा कि मैं उसे 2000 दे दूंगा अगर वो मेरा एक काम करे।
तो उसने कहा- क्या करना होगा।

मैंने कहा- बस एक बार मेरा लंड दबा दो बस।
वो शर्मा गयी।

मगर तुरंत ही मेरे लंड को पकड़ कर दबा दिया।
मैं समझ गया कि चिड़िया जाल में फंस चुकी है।

मैंने तुरंत ही 2000 निकाल कर उसे दे दिए।
और बोला कि मैं 1000 और दे सकता हूँ, अगर वो मुझे अपनी चूची दबाने दे।

वो दो मिनट चुप रही फिर बोली- यहाँ कैसे दबाने दूँ? antarvasna audio
मैंने बिना कुछ बोले अपना हाथ बगल से डाल कर उसकी चूची को मसल दिया। वो सिसक उठी।

मैंने धीरे से 1000 उसको दे दिए।
और कान में बोला- चोदने दोगी? 3000दूंगा।
वो मूड में थी, मगर वो अगल-बगल देख रही थी।

मैं बोला- अगले स्टॉप पर उतर जाते हैं। और मेरे दोस्त के फ्लैट पर चलते हैं।

उसने कहा- नहीं, किसी होटल में चलते हैं। साथ में बच्चा है तो कोई शक भी नहीं करेगा।
मैं बोला- ठीक है, और दोनों उतर गए।

ऑटो करके एक होटल में गए।
और वहाँ पति-पत्नी बोल कर एक रूम ले लिया।

अब समस्या बच्चे की थी।
मगर उसने कहा कि अगर आधे घंटे वो शांति से बच्चे के साथ लेट जाए तो वो सो जाएगा।
मैं मान गया और बाहर चला गया।

बाहर जाकर मैंने एक मेडिकल स्टोर से कंडोम खरीदा।
कुछ खाने को लिया और आधे घंटे में वापिस रूम पर आ गया।

रूम में पहुंचा तो उसे देखता ही रह गया।
आंटी बहुत सुंदर लग रही थी।
उसने लिपस्टिक लगा रखी थी और थोड़ा मेकअप भी किया था।
जो कि शायद उसके अन्तर्वासना पर्स में था।

सबसे अच्छी बात कि बच्चा सो रहा था।

मैंने तुरंत ही उसे किस कर लिया।
वो भी मुझसे चिपक गयी।
मैंने बिना देर करते हुए उसकी साड़ी खोल दी।

और ब्लाउज उतार कर नीचे रख दिया।
उसकी चूचियाँ मेरे सामने थीं।

मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और एक हाथ से उसकी xxx story चूची को दबाते हुए दूसरी चूची को चूसने लगा।
वो आँख बंद करके मजे लेने लगी।

4-5 मिनट मैंने अदल-बदल कर उसकी चूचियों को चूस-चूस कर दबा-दबा कर लाल कर दिया।

फिर मैंने अपने कपड़े उतार कर लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया।
वो उसे दबाने लगी।

मैंने पूछा- चूसोगी नहीं?
तो उसने झुक कर मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी।

मैं मस्त हो गया और मजे लेने लगा।

थोड़ी देर बाद मैंने उसे सीधा लिटा दिया और उसके सारे कपड़े उतार दिए।
अब वो आंटी पूरी नंगी मेरे सामने पड़ी थी और बगल में उसका बच्चा सो रहा था।
अलग ही लेवल का सीन था।

फिर मैंने उसके टाँगों को फैलाया और उसकी बुर जो कि थोड़ी काली थी उसे चाटने लगा।

वो भी सिसकारियां भरने लगी और बोली- तुम और तुम्हारा लंड दोनों मस्त हैं। मैं काफी समय से चुदी नहीं हूँ इसलिए जब तुमने बोला तो मना नहीं कर पाई। और ये मत सोचना कि मैं पैसों के लिए चुद रही हूँ।

थोड़ी देर बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत में धीरे से डाल दिया और आगे-पीछे करने लगा।
वो मस्ती में आह-आह करने लगी।

और मैं बिना रुके उसे xxx stories चोदने में जुट गया।

लगभग 10 मिनट बाद मैंने उसे पलट कर घोड़ी बना दिया, पीछे से लंड उसकी बुर में डाल दिया और धक्का मारने लगा।

थोड़ी देर बाद वो अकड़ने लगी।
मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली है।

मगर मैं अभी और टिकने वाला था।
तो मैंने लंड बाहर निकाल लिया और उसके मुँह में फिर से डाल दिया।

और फिर उसके मुँह को ही बुर की तरह चोदने लगा।

मॉडर्न आंटी की आँखों से आँसू आने लगे।
मगर मैं बिना दया के चोदने में लगा रहा।

10 मिनट मैं उसका मुँह ऐसे ही चोदता रहा।

फिर मैं लेट गया और उसे ऊपर आने को कहा।

मगर वो गुस्सा हो गयी थी; उसका मुँह दुखने लगा था।

मैंने कान पकड़ लिए तो वो हँसने लगी और बोली- ऐसी चुदाई मेरी कभी नहीं हुई।

फिर वो मेरे लंड को अपनी बुर में घुसाते हुए मेरे ऊपर बैठ गयी और उछलने लगी। 

 antarvasnax मॉडर्न आंटी करते हुए अब मुझे भी लगने लगा कि मैं भी जाने वाला हूँ।
मैंने उसे नीचे कर दिया और झटके मारने लगा।

वो फिर से अकड़ने लगी, सिसकारियां भरते हुए झड़ गयी।
मैंने अपना लंड निकाला और उसके पेट पर अपना सारा माल गिरा दिया।

तब मुझे एहसास हुआ कि मैंने तो कंडोम लगाया ही नहीं था।
मगर अब जो होना था हो चुका था।

हमने कपड़े पहने।
और उसका नंबर ले लिया।
वो बोली कि फिर चुदवाने जरूर आऊँगी।

मैंने उसे 5000 देने चाहे मगर उसने 3000 ही लिए, बोली कि इतने की ही जरूरत है।
और चली गयी।

उसके बाद से हम कई बार मिले हैं और उसे कई बार चोदा भी है।
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