चुदक्कड़ आंटी की चुदाई-Fucking Of Slutty Aunty

चुदक्कड़  आंटी की चुदाई कहानी में मैंने अपनी सेक्सी आंटी  को उसी के ब्यूटी पार्लर में नंगी करके चोदा. उस समय उसने मुझे अपनी ख्वाहिश बताई और मुझसे घर वाली  बनकर चुदवाया। 

दोस्तो, मेरा नाम सुमित है और मैं हरियाणा से हूँ।

पिछली कहानी में मैंने बताया था कि मैं अपनी आंटी  मीनाक्षी  के घर आया हुआ था. उसके पति बाहर गए हुए थे.
हम दोनों उसकी शादी से पहले से ही आपस में सेक्स कर चुके थे.
तो मौक़ा पाकर रात में मैंने और मेरी आंटी  ने जम कर सेक्स का मजा लिया।
फिर हम सो गये थे।

अब आगे की चुदक्कड़  आंटी की  चुदाई कहानी:

मुझे बहुत प्यारी नींद आयी आंटी  के साथ सेक्स करके!
सुबह उठ कर हमने नहा–धोकर नाश्ता किया।

मीनाक्षी ने भी अपना घर का काम खत्म किया और बोली– मैं पार्लर जा रही हूँ आज का एक काम लिया है। वह मेरी रोज की कस्टमर है।
मीनाक्षी अपना ब्यूटी पार्लर चलाती है.

आगे वह बोली– मैं उसको 2 बजे तक फ्री कर दूंगी और मैं पार्टी के लिए वहीं तैयार हो जाउंगी। आप मुझे वहीं लेने आ जाना।

फ़िर वह मुझे आँख मार कर चली गई।
उसके जाने के बाद बच्चों और मैंने घर पर टीवी देखा।

फ़िर मीनाक्षी का फोन आया, उस समय दोपहर के 4 बज चुके थे।

आंटी बोली– आप आधे घंटे में मुझे लेने आ जाना!
मैंने मस्ती करते हुआ बोला– मैं अभी आ जाता हूँ।
आंटी  बोली– आप समय से आना।

मैं 20 मिनट बाद उसके पार्लर पर पहुँच गया।
अंदर जाकर देखा तो आंटी  लहंगा पहन रही थी।

मुझे देख कर वह बोली– आप थोड़ा इंतजार करो।
मैं वहीं बैठ कर उसको देखता रहा।

20 मिनट बाद मीनाक्षी  तैयार हो गयी।
उसने हरे रंग का लहंगा पहना हुआ था और उसके ब्लाउज इतने चुस्त थे कि चूचियां आधी बाहर आ गई थी।

मेरे पास आकर बोली– कैसी लग रही हूँ?
तो मैंने बोला– मस्त लग रही हो!
और आँख मार दी।

यह सुनकर उसका चेहरा खिल सा गया।
मैंने बोला– एक फोटो ले लूँ तुम्हारे साथ?
तो वह बोली– एक मिनट रुकिए।

उसने अपने स्टाफ को जाने के लिए बोल दिया।
फिर वे सब चले गए।
जैसे ही वे सब गए मैंने अंदर से पार्लर लॉक कर लिया।

मैंने अपनी आंटी को अपने पास खींच लिया।
फ़िर उसको बोला– आज क्या जान से मारने की इरादा है क्या?

मेरी आंटी से बड़ी मस्त खुशबू आ रही थी।
मैंने बोला– क्या इरादा है?
तो वह हँस दी और बोली– पहले फोटो ले लो, जो बोल रहे थे?

फिर मैंने 15-20 फोटो लिए।
मेरी आंटी मेरे पास आकर फोटो देखने लगी।
मैंने उसकी कमर में हाथ डाला और उसे अपनी बाँहों में ले लिया।

फ़िर उसको सहलाने लगा तो मीनाक्षी  बोली– चलो, हम लेट हो रहे है!
अब मेरा मन उसको चोदने का कर रहा था।

मैंने उसको बोला– मुझे अभी तुमको चोदना है और उसको चूमने के लिए उसके चेहरे को पकड़ा।
तो वह बोली– मेकअप खराब हो जाएगा और जाने लगी।

तब मैंने उसको अपनी बाँहों में खींचा और कहा– बहुत प्यारी लग रही हो! रहा नहीं जा रहा है, तुम्हें उसे देखने के बाद, मेरे से कंट्रोल नहीं हो रहा है।

फ़िर चुदक्कड़  आंटी उसका हाथ पकड़ कर अपनी पैंट जहां लंड रहती है उसके ऊपर रख दिया।
मैं उसे चूमने लगा।

दो मिनट बाद वह भी मेरा साथ देने लगी और अपने हाथ से मेरे लंड को दबाने लगी।
वह भी गर्म हो गयी थी।

हमने 10  मिनट तक चूमा–चाटी किया।
जब हम अलग हुए तो मैंने उसको शीशे के सामने खड़ा किया।

फ़िर मैं बोला– तुम बताओ अपनी चुदक्कड़  आंटी  को कैसे छोड़ दूँ, जो इतने अच्छे से तैयार हुई है और कितनी प्यारी लग रही है!
पीछे से मैं उसकी गर्दन पर चूमने लगा।

अब चुदक्कड़  आंटी  मदहोश होने लगी और पलट कर मेरे गले लग गई।
फ़िर वह बोली– जी मेरी जान ,जल्दी से करो और चलो नहीं तो हम लेट हो जाएंगे।

मैंने उसको झट से उठाया और अंदर मालिश करने वाली टेबल पर ले गया।
हम फिर एक–दूसरे को चूमने लगे।

मैं एक हाथ से उसके चूची दबा रहा था।
उसके हाथ मेरे बालों में थे।

हम जोर–जोर से एक–दूसरे को चूम रहे थे।
फ़िर मैंने उसके ब्लाउज को खोला और एक चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा।

मीनाक्षी  बोल रही थी– और जोर से मेरी जान  … पी जाओ सारा दूध … और जोर से दबाओ … बहुत मजा आ रहा है, बहुत दिन हो गए अच्छे से मजा लिए हुआ!

धीरे–धीरे मैंने उसके पेट पर चूमना शुरू कर दिया और नाभि को चूमने लगा।
तो वह एक दम से सिहर गई और सिसकारियां लेने लगी और बोलने लगी– और कितना तड़पाओगे … मुझे बस अब चोद दो, नहीं रहा जाता अब!

अब मैंने उसके लहंगे को उठाया पैंटी के ऊपर से ही जोर से चूत पर बाइट कर दी।
मीनाक्षी को इसका अंदाजा नहीं था।
उसके मुंह से जोर की चीख निकल गई– आह!

फ़िर मैं साइड से चूत में उंगली करने लगा।
तो वह मेरे हाथ को पकड़ ली और बोली– अब उंगली नहीं कुछ और डालो इसमें आग लगी है बहुत ज्यादा! उंगली से वह आग शांत नहीं होगी।

तब मैंने पैंटी को निकाल दिया।
फ़िर चूत को बाहर से चाटा और धीरे से चूमने लगा।

मैं अंदर तक जीभ डाल कर उसकी चूत को चोदने लगा।
कभी चूत को पूरा मुंह में भर कर चूसना।
फिर जीभ से चोदता।

ऐसे करने से उसको और मजा आ रहा था।

मीनाक्षी  के मुंह से सिसकारियां निकल रही थी– आह … आह!
उसने ये आवाज निकाल कर पूरा माहौल गर्म कर दिया था।

वह मेरे सिर पर हाथ रख कर चूत पर दबाने लगी।
फ़िर वह बोल रही थी– खा जाओ मेरी जान  … बहुत मजा आ रहा है … ऐसा मजा पहले कभी नहीं आया आह … आह!

5 मिनट में ही चूत ने पानी छोड़ दिया।
मैं उसका सारा पानी पी गया।

मैं आपको बता दूं मुझे चूत को चूसना और फ़िर चुदाई करने में बड़ा मजा आता है।
मीनाक्षी की सांसें फूल गई थी।
झड़ने के बाद ही वह थोड़ा रिलैक्स हुई।

फ़िर मेरे होंठों को चूमने लगी।
वह बोली– थैंक यू मेरी जान, आपने मेरी ख्वाहिश पूरी कर दी!

मैंने पूछा– वह कैसे?
तो मीनाक्षी  बोली– मैंने सोचा था, एक बार दुल्हन बन कर आपसे अपनी चुदाई कराऊँ। बस आप मेरा एक और काम कर दो तो मेरा सपना पूरा हो जायेगा।

मैंने पूछा– वह क्या?
तो बोली– मेरी मांग भर दो।

मै हँसने लगा।
तो मीनाक्षी  मेरे गले से लग गई और बोली– आई लव यू!

उसका चेहरा एकदम लाल था और प्यारा, मासूम सा लग रहा था।
मैंने सोचा अगर मना कर दिया तो कहीं ऐल–पी–डी ना हो जाए।

तो मैंने उसको हाँ कर दिया।
यह सुन कर उसके चेहरे पर अलग ही खुशी थी।

वह फिर से मुझे चूमने लगी।
इस बार वह बड़ी शिद्दत से मुझे चूम रही थी।

फ़िर वह बोली– चलो अब अपनी होनी वाली घर वाली  की मांग भरो!
मैंने उसकी मांग भर दी!

इस वक़्त पूरे पार्लर में एकदम सन्नाटा था।
हम एक–दूसरे को देख रहे थे।

तभी मीनाक्षी  का फोन बजा तो हमारा ध्यान टूटा।
फोन  चुदक्कड़  आंटी को घर से बच्चों ने किया था।

वे पूछ रहे थे– कितना समय और लगेगा?
चुदक्कड़  आंटी ने बोला– बेटा बस अभी आ रहे हैं.
और फोन काट दिया।

वह मुझे चूमने लगी और बोली– अपने घर वाली  को जल्दी से चोद दो, नीचे चूत में आग लगी हुई है और अब यह आग आपके लंड से ही शांत होगी! घर पर बच्चे भी इंतजार कर रहे हैं।
तो मैंने बोला– पहले लंड को चूस लो, फ़िर तुम्हारी चूत क्या, गांड भी मारता हूँ!

यह सुनकर मीनाक्षी  हंसने लगी।

वह जल्दी से नीचे बैठ कर लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी और मेरी तरफ देख कर बोली– अब मेरा भी इस पर   हक़ है
फ़िर मुंह में लेकर चूसने लगी।

मैं भी उसके सिर पर हाथ रख कर जोर–जोर से उसकी मुंह की चुदाई कर रहा था।
उसके गले तक लंड जा रहा था। उसके मुंह से बस घूं–घूं की आवाज आ रही थी।

दो मिनट बाद चुदक्कड़  आंटी लंड मुंह से निकाल कर बोली– अब चोद दो … मेरे से नहीं रुका जा रहा!
वह टेबल पर लहंगा उठा कर चुदने के लिए अपने दोनों पैरों को खोल लिया।

फ़िर वह बोली–आज आप अपनी नई घर वाली  की चूत चुदाई करो।
मै भी लंड को चूत के ऊपर रख कर चूत को रगड़ने लगा।

तो चुदक्कड़  आंटी  बोली– क्यों तड़पा रहे हो, चोद दो नहीं तो मैं मर जाउंगी, जल्दी से मुझे मेरा लंड दे दो।
मेरी चुदक्कड़  आंटी की  चुदाई के लिए मचल रही थी.
मैंने भी अब और नहीं तड़पाया और एक बार में ही पूरा का पूरा लंड उतार दिया चू्त में।

चुदक्कड़  आंटी  जोर से चिल्लाई– आह … आह मार दिया, फाड़ दी चूत!
उसकी आँखें बड़ी हो गई और आँखों में पानी आ गया।

यह देख कर मैंने भी लंड डाल कर रुक गया।
दो मिनट बाद सांस लेकर चुदक्कड़  आंटी  बोली– अपनी नई घर वाली पर कुछ तो रहम करो, अब तो तुम्हारी हो गयी हूँ जब मन हो तब चोदना!

तो मैंने भी उससे धीरे–धीरे चोदना चालू किया।
2  मिनट बाद मैंने स्टाइल चेंज किया और उसको डॉगी स्टाइल में चोदने लगा।

एक मिनट बाद ही वह बड़बड़ाने ने लगी– चोद दो अपनी घर वाली को जोर से … और जोर से, बना लो मुझे अपनी रंडी … आह … आह!
ऐसे करते–करते अब पूरे पार्लर में हमारी चुदाई से घप–घप और पट–पट की आवाज आ रही थी।

वह बोलने लगी– मैं आ रही हूँ आह … मेरा निकल गया और जोर से चोदो … फाड़ डालो!
ऐसे बोलते–बोलते उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और वह हांफने लगी।

1 मिनट रुकने के बाद फिर मैंने उसको अपने नीचे लिया और तेजी से चोदने लगा।
5 मिनट बाद मैं भी उसकी चूत में खाली हो गया।

जैसे ही मेरे लंड ने पानी छोड़ा उसने मुझे जोर से अपनी बाँहों में कस लिया और वह एक बार फ़िर मेरे साथ झड़ गई।
हमारी चुदाई 30 मिनट चली।

चुदाई करने के बाद मेरी आंटी  के चेहरे पर एक अलग ही चमक थी।
अब मेरी आंटी  ने और मैंने एक लम्बा चुंबन किया।

10 मिनट बाद चुदक्कड़  आंटी बोली– आप बैठो, मैं तैयार हो जाती हूँ।
फ़िर आंटी तैयार होकर बोली– अब आप बैठो।

फ़िर उसने मेरे को भी सही से तैयार कर दिया।
जैसे हेयर स्टाइल और फेस को सही किया।

फ़िर मेरे सीने से लग गयी और बोली– अब चलो पति देव जी!

दोस्तो यह थी, मेरी चुदक्कड़  आंटी की चुदाई कहानी! आपको कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं और हमारी वेबसाइट www.antarvasnakatha.com पर डेली विजिट करें और आनंद लें ! 

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