दोस्तों , मैं सुरेश … आपको अपनी मौसी जी की xxx antarvasna sexy story चुदाई की कहानी सुना रहा हूँ !जिसमें मेरे मामा जी और ताऊ जी मेरी मौसी जी की चुत और गांड मारते है ! और मौसी जी ने भी उन दोनों से बिंदास चुदवा कर मजा ले रही थीं.
मैंने उनकी चुदाई का वीडियो बना लिया था और अब मैं सही मौके के इंतजार में था !
अब आगे पढ़िए पोर्न मौसी जी चुदाई कहानी !
कुछ दिन बीत गए और मैंने मौसी जी के सामने ऐसे जताया मानो मुझे कुछ नहीं मालूम है. सब कुछ सामान्य है.
मैं मौसी जी की चुदाई के चक्कर में था लेकिन साथ ही मैं मौसी जी के साथ अपनी निजी ख्वाहिशें भी पूरी करना चाहता था !
मैंने ठान भी लिया था कि जल्दी ही अपनी दबी हुई इच्छाओं को पूरा किया जाए ! तब मैंने एक प्लान बनाया !
उसी रात खाना खाने के बाद मौसी जी हॉल में आईं !ताऊ जी और मामा जी मौसी जी को जी भर कर चोद चुके थे !
जिस वजह से मौसी जी का फिगर अब कुछ ज्यादा ही सेक्सी लग रहा था !
मौसी जी ने सोफे पर बैठते हुए कहा- सुरेश, टीवी चला दो. कोई मूवी देखते हैं ! मैंने भी टीवी शुरू किया !
तब मैंने हिम्मत करके चैनल चेंज किया और मौसी जी की चुदाई का वीडियो चला दिया !
अपनी चुदाई की वीडियो देखते ही मौसी जी चौंक गईं और गुस्से से चिल्लाईं- क्या तुमने ये रिकॉर्डिंग की है?
मैंने बिंदास हां कहा.
मेरे इस दो टूक जवाब से मौसी जी शर्मिंदा होती हुई रोने लगीं.
वे रोती हुई मुझसे कहने लगीं- मुझे माफ़ कर दो बेटा. जो हुआ उसके लिए मैं माफ़ी मौसा जी गती हूँ.
मैंने कहा- मैं नहीं जानता कि उसका मैं क्या जवाब दूँ!
‘तुम्हारे मौसा जी ने मेरी सेक्स लाइफ का बहुत ख्याल रखा था. उनके जाने के बाद कई साल तक मैंने अपनी इस इच्छा को दबाए रखा. मैं दबी हुई इच्छा को और नहीं रोक पायी !
मुझे इसका हल निकालना ही था. तुम मुझे रण्डी समझ रहे होंगे. लेकिन चुदाई से आदमी या औरत दोनों दूर नहीं रह सकते हैं. मुझे माफ़ कर दो. इस बात को हम दोनों के बीच ही रहने दो. तुम जो चाहोगे वह मैं करूंगी !
मेरा काम हो चुका था, जो मैं चाहता था … वह होने में अब देर नहीं कर सकता था.
फिर मैंने जवाब दिया- ठीक है मौसी जी . ये बात हम दोनों के बीच ही रहेगी. लेकिन जो मैं चाहता हूँ, वह करने के लिए आप तैयार हो जाओ.
मौसी जी ने रोना बंद करते हुए मुझे शक की निगाहों से देखा !उनकी आंखों में असमंजस साफ़ देखा जा सकता था वे शायद जानती थीं कि मैं क्या कहने वाला हूँ !
मैंने हिम्मत करते हुए कहा- मैं आपके साथ सुहागरात मनाना चाहता हूँ.
यह कहते हुए मैंने मौसी जी को एक पैकेट दिया. इस पैकेट में जालीदार लाल रंग की सेक्सी ब्रा और पैंटी थी.
मौसी जी पैकेट को देख कर चौंक गईं.
मैंने कहा- पंद्रह मिनट में आप मेरे कमरे में आ जाओ. आपको मेरी रण्डी दुल्हन बनकर आना है.
मौसी जी के पास अब कोई रास्ता नहीं था ! उन्होंने कहा- ठीक है. जैसी तुम्हारी इच्छा. तुम्हारी रण्डी दुल्हन पंद्रह मिनट में तुम्हारे कमरे में आ जाएगी !मैं मेरे कमरे में नंगा बैठा हुआ था.
ठीक पंद्रह मिनट में पोर्न मौसी जी चुदाई के लिए कमरे में आईं.
मौसी जी ने रंडियों जैसी गहरी लाल रंग की लिपस्टिक लगायी थी और मेरी दी हुई ब्रा और पैंटी भी पहनी थी.
इस ब्रा और पैंटी की खास बात ये थी कि ये जालीदार थी.
मौसी जी की चूचियां और चूत इस जालीदार ब्रा पैंटी में से हल्की हल्की दिखाई दे रही थी.
मौसी जी ने शादी का घूँघट ओढ़ा हुआ था.
मैंने हवस भरी निगाहों से मौसी जी को देखा और खड़े लंड को हाथ में लेकर कहा- वाह … क्या बात हैं. अब दरवाज़ा बंद करो और मेरे पास बैठो.
मौसी जी जब पलटीं तो उनकी गांड पूरी दिखाई दे रही थी.
मेरा लंड और भी तन गया था और सलामी दे रहा था.
मौसी जी भी अब रंडियों की तरह चुदवाने के लिए तैयार दिख रही थीं.
उनकी शर्म जा चुकी थी.
मैंने मौसी जी की चूत पर से हाथ फेरते हुए उसकी चूचियों को बारी बारी से दबाया, फिर दोनों हाथ उनकी गांड पर रख दिए.
मौसी जी पूरा साथ देते हुए सेक्सी सिसकारियां भर रही थीं !
मैंने गांड को हौले से दबाते हुए कहा- मौसी जी , इस रात का मैंने बहुत इंतज़ार किया है. हर रात को सपने में आपको इस अवतार में देखा है. लेकिन सपने से ज्यादा सेक्सी हो. जब से मैंने आपको मौसा जी से चुदवाते हुए देखा है, तब से मैं आपको चोदना चाहता था.
मैंने मौसी जी का घूंघट उठाया और निकाल कर लापरवाही से फेंक दिया, फिर उठ कर मौसी जी के पीछे गया !उन्हें अपनी बांहों में भरते हुए मैंने मेरा खड़ा लंड मौसी जी की गांड की दरार के ऊपर लगा दिया !
मैंने अपने दोनों हाथों से चूचियां पकड़ कर मौसी जी के कान में कहा- मैं चाहता हूँ कि आज आप वैसे ही मजे लो, जैसे मौसा जी , ताऊ जी या मामा जी से चुदवाती हुई लेती हो.
मौसी जी ने दोनों हाथ मेरे हाथों पर रखे और मेरे हाथों को दबाया. फिर गर्दन पीछे मेरी तरफ घुमा और मुझे होंठों पर किस किया.
थोड़ी देर तक चूमने के बाद मौसी जी ने कहा- अगले एक हफ्ते तक शहर में न तेरे ताऊ जी हैं और न मामा जी होंगे. अब तेरा लंड ही मेरी प्यास बुझाएगा !
इतना सुनते ही मेरा लंड और जोर से सलामी देने की कोशिश करने लगा !मौसी जी की इतनी चुदाई देखने के बाद मुझे ये तो पता चल गया था कि मौसी जी को चूत पर चांटे बहुत पसंद हैं !
जैसे ही मैंने यह सुना कि अगला पूरा हफ्ता मैं ही मौसी जी को चोदूंगा, मैंने उनकी चूत पर एक कसके चाँटा जड़ दिया !
मौसी जी चीख उठीं- आ अह्ह्ह्ह !उनको अंदाज़ा नहीं था कि मैं ऐसा कुछ करूँगा !उन्होंने मेरे हाथ को अपने हाथ से अपनी चूत पर मसलते हुए कहा- हाय मेरी जान … क्या मजा दिया है. कहां से सीखा?’
मैं कहा- आप भूल रही हो; मैंने आपको रोज चुदवाते हुए देखा है.
मौसी जी ने फिर से मुझे चूमा और कहा- हाय रे मेरा बेटा, तू जानता है कि अपनी मौसा जी को कैसे खुश करना है. अब तो मैं भी बिंदास होकर मजा लूँगी.
मैंने मौसी जी के बाल पकड़े और सामने वाली टेबल की तरफ झुका दिया !मौसी जी ने दोनों हाथ अब टेबल पर रख दिए थे.मैं घुटनों के बल बैठ गया और सामने दिख रही मौसी जी की गांड को सहलाने लगा और निहारता रहा.
मुझसे रहा न गया और मैं पैंटी के ऊपर से ही उनकी चूत को चाटने लगा ! मौसी जी की चूत पूरी गीली हो चुकी थी. उनकी टांगें कांपने लगी थीं !
मैंने उनको कहते हुए सुना- ओह्ह्ह्ह … हां … उह्ह्ह … तुम्हारे मौसा जी भी पैंटी के ऊपर से चूत चाटते थे … अम्मम … आह … ह … ह….. बस जानेमन अब मैं और टिक नहीं पाऊंगी.
तब मैंने चाटना बंद किया और मौसी जी के सामने आते हुए कहा- मज़ा आ गया मौसी जी … मैं शुरू से ही आपकी चूत चाटना चाहता था.
अब मौसी जी बिस्तर पर बैठ गईं और अपनी दोनों टांगें फैलाते हुए बोलीं- आज रात तेरी इच्छा तो पूरी हो गयी ना … चल मेरी चूत फिर से चाट. अपने मौसा जी जैसे मजे दे मुझे!
मैंने भी जवाब में कहा- जैसा तुम चाहो. इस चूत को मौसा जी से भी बेहतर तरीके से चाटूंगा.
कुछ देर चूत चटवाने के बाद मौसी जी ने कहा- ओह्ह्ह सुरेश, मैं जानती हूँ कि हमारा ये रिश्ता … उह्ह्ह … नाजायज है. लेकिन आह हह … तू मुझे बहुत मजे दे रहा है. मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी है.वे फिर से चूत चटवाने लगीं.
कुछ देर बाद उन्होंने मुझसे कहा- जानेमन, मुझे भी तेरा लंड चूसना है!
मैं उठ कर खड़ा हो गया और मौसी जी घुटनों के बल बैठ गईं.
लंड को अपने हाथ में पकड़ा और पूरा लंड मुँह में ले लिया और फिर शुरू किया.
‘अम्मम्म … अम्मम्म’ की आवाज़ करते हुए लंड चूसती हुई मौसी जी ने कहा- आह … तेरा लंड तेरे मौसा जी की याद दिलाता है.
वे फिर से लंड चूसने लगीं.
जब तक मौसी जी लंड चूसती रहीं, मैं उनकी चूचियों के साथ खेलता रहा.
कुछ देर चूसने के बाद मौसी जी ने कहा- मेरी जान, तेरा लंड तैयार है. अब चूत को लंड का स्वाद भी चखा दे!
फिर से मैंने चूत पर चांटा मारा और कहा- हां मौसी जी , लंड तैयार हैं. चलो लेट जाओ.
मैंने मौसी जी को बिस्तर पर लिटाया और मौसी जी ने मुझसे कहा- चोदते हुए चूत पर कोई रहम मत करना. जैसा चाहे वैसे चोद लेना मुझे.
बस फिर क्या था, मैंने लंड को चूत पर टिकाया और एक जोरदार झटका दे दिया.
मौसी जी की जोरदार चीख निकल गयी.
मैंने मौसी जी से पूछा- दर्द तो नहीं हुआ?
मौसी जी ने कहा- नहीं रे ज़ालिम. बिल्कुल अपने बाप पर गया है तेरा ये लंड! चल अब चोद दे अपनी मौसा जी को और बन जा मादरचोद!
मैंने मौसी जी को बेरहमी से चोदना शुरू कर दिया.
जब तक चुदवाती रहीं, मौसी जी कुछ बोल ही नहीं पाईं.
कमरे में सिर्फ मादक सिसकारियां और चीखें ही सुनाई दे रही थी.
मौसी जी किसी पोर्नस्टार की तरह ही चुदवा रही थीं.
कुछ देर चोदने के बाद मैं रुका ! मौसी जी समझ गयी कि मैं क्या करने वाला हूँ.
मैंने मौसी जी को देखा तो उन्होंने निचले होंठ को दांतों में दबाते हुए सर ऊपर नीचे हिलाया !उनका इशारा पाते ही मैंने मौसी जी की चूत पर जोरदार चांटा मारा.
प्रक्रिया में मौसी जी ने जो चेहरे पर सेक्सी भावनाएं दिखाई थी, वह मैं बयान नहीं कर सकता !अब मौसी जी ने मुझे गले से लगाया और कहा- चल अब तुझे वह दिखाती हूँ, जो तूने देखा नहीं होगा.
इतना कह कर मौसी जी मुझे बाथरूम में ले गई. उन्होंने शॉवर शुरू किया और चिपक कर चूमना चालू कर दिया !काफी देर तक चूमने के बाद मौसी जी ने कहा- चल अब पीछे से लंड चूत में एक ही बार में घुसा … और फिर चोदते हुए ही चूत के दाने को उंगलियों से रगड़ते रहना!
मैंने आज्ञाकारी बेटे की तरह मौसी जी को दीवार की तरफ घुमाया और चूत में लंड घुसा दिया !मौसी जी ने फिर से उसी सेक्सी अंदाज़ में बोलना शुरू किया- बढ़िया … मेरे बेरहम बलमा … जोर जोर से चोद अपनी मौसा जी को … बना दे चूत का भोसड़ा … फाड़ दे मेरी चुत!
कुछ देर चुदवाने के बाद मौसी जी ने कहा- मैं झड़ने वाली हूँ मेरी जान … चोदते रहो … रुकना नहीं … चोदते रहो … ओह्ह्ह … आह्ह!मैंने भी चूत चुदाई के साथ साथ दाने को रगड़ना भी तेज़ कर दिया.
कुछ ही देर में मौसी जी ने झड़ गईं.
मैं भी लगभग झड़ने ही वाला था.
मैंने कहा- मौसी जी मैं भी झड़ने वाला हूँ.
तभी मौसी जी ने कहा- कहां झड़ना चाहोगे? चूत में या चूचियों पर?
मैंने कहा- मौसी जी , मैं आपकी चूत में झड़ना चाहता हूँ ! मौसी जी ने भी उत्तेजित होकर कहा- भर दो मेरी चूत को अपने लंड के दूध से … आह ! ये सुनते ही मैंने लंड का दूध छोड़ना शुरू कर दिया.
आखिरकार मेरा मौसी जी को चोदने का सपना पूरा हुआ.मैं खुश था कि मौसी जी की चुदाई की प्यास मैंने बुझा दी थी.
पोर्न मौसी जी चुदाई के बाद हम दोनों एक दूसरे को साफ़ करके मेरे बिस्तर पर नंगे ही लेट गए.दोनों सोने की तैयारी में थे कि मौसी जी ने शैतानी मुस्कराहट के साथ कहा- क्यूँ न वह मूवी देखी जाए, जिसमें मैं मेरे ससुर और देवर की सेवा कर रही हूँ?
बस फिर क्या था … हम दोनों ने टीवी पर मौसी जी का बनाया हुआ पारिवारिक माहौल देखा और फिर से चुदाई शुरू कर दी. हमारी चुदाई के चार दौर सुबह के लगभग चार बजे तक चले.थकान से चूर होकर हम दोनों एक दूसरे की बांहों में ही सो गए.
अगला पूरा हफ्ता हम दोनों मौसा जी बेटे चुदाई करते रहे ! जब ताऊ जी और मामा जी वापस आ गए, तो मौसी जी ने ऐसा प्लान बनाया कि वे दोनों दिन में मौसी जी की चुदाई करेंगे और मैं रात में !
तब से लेकर आज तक ये सिलसिला जारी है.आपको हमारी यह hindi sexy story पोर्न मौसी जी चुदाई कहानी कैसी लगी?हमें कमेंट करके जरूर बताएं ! और हमारी वेबसाइट www.antarvasnakatha.com पर जरूर विजिट करें !