दोस्तों मेरा नाम प्रवीण है और में फिर लाया लिए एक नयी कहानी !
ये कहानी मेरी मेरी आंटी के बारे में है ! हमारे घर के बगल वाला घर ही मेरी आंटी और अंकल का है ! आंटी की उम्र पैंतीस वर्ष है ! मैं हमेशा से आंटी की चुत देखना चाहता था !
पैंतीस वर्ष की होने के बावजूद आंटी ने खुद को बहुत मेंटेन रखा हुआ था ! उनका फिगर आज भी जवानी की दौर से गुजर रहा था ! आंटी पूरे मोहल्ले में सबसे हॉट है उनकी गांड तो क्या ही कहुँ ! बहुत बड़ी गांड है जो की मैं मरना चाहता हूँ !
धीरे – धीरे मैं बड़ा होने लगा और मैंने अपनी कॉलेज पढाई पूरी करली ! और मैं अपने शहर में ही जॉब लग गया
था ! अब अंकल की तबियत थोड़ी ख़राब हो गयी थी ! अंकल बेड रेस्ट करने लगे इसलिए कुछ बार मैं भी आंटी की मदद करने चला जाया करता था !
अंकल आंटी के केवल एक लड़का था जो की बहार रहकर पढाई करता था ! इसीलिए आंटी की मदद करने के बहाने मैं आंटी के घर पर आ जाया करता था ! एक दिन जब मैं आंटी के घर गया तो आंटी बाथरूम में नहा रही थी!
और अंकल को दवा लेते ही नींद आ जाती थी इसलिए वे सो गए थे !
आंटी के बाथरूम का दरवाजा थोड़ा खुला था जिसमे से मैं उनको नहाते हुए देख रहा था ! आंटी जी ने नहाते हुए ब्रा भी नहीं पहनी थी !उनके ये बड़े – बड़े बूब्स को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था !
थोड़ी देर बाद में ही आंटी जी नहाते – नहाते अपना हाथ अपनी अंडरवियर में डाला और अपनी चुत को सहलाने लगी ! यह देख कर मुझे भी मौका मिल गया था ! आंटी ने 15 मिनट तक अपनी चुत में ऊँगली दी और मैं उनको देखता रहा और मुठ मारने लगा !
इतने में ही आंटी बहार आने लगी और जल्दी – जल्दी मैंने अपनी पेंट पहनी और जाने लगा तभी आंटी ने मुझे देख लिया ! और पूछा तुम यह क्या कर रहे थे तभी मैंने कहा कुछ नहीं और वह से निकल गया ! रात को मुझे नींद भी नहीं आ रही थी ! में सारी रात आंटी के बारे में सोचता रहा !
अगले दिन मैं उनके घर गया और थोड़ी देर अंकल के पास बैठ गया अंकल दवाई ले कर सौ गए ! बगल में ही आंटी का रूम था ! मैं बिना कुछ सोचे समझे आंटी के रूम में घुस गया ! आंटी मैक्सी पहने बेड पर पेट के बल पर लेटी हुई थी !
आंटी ने का आगे आ जाओ मेरा थोड़ा सर दर्द हो रहा है थोड़ी मालिस कर करदो तो मैं उनकी मालिस करने लगा ! आंटी ने ब्रा नहीं पहनी थी इसलिए मैक्सी में से उनके बूब्स के निप्पल दिख रही थी और मूड बन गया था ! आंटी ने मुझे बूब्स को देखते हुए देख लिया और कहने लगी क्या तुमने कभी बूब्स देखे नहीं !
मैंने कहा नहीं देखे पर आज जरूर देखूंगा यह बात सुनकर आंटी ने मेरे हाथ पकडे और अपनी कमर पर रख दिए और कहने लगी मुझे सब पता है तुम कब से मुझे चोदना चाहते हो ! यह बात सुन कर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने आंटी को बाँहों में ले लिया !
हम एक दुसरे से लिपटने लग गए और एक दूसरे के होंठ चूसने लग गए ! फिर मैं कभी उनकी गर्दन पर किस कर लेता तो कभी उनके बूब्स को दबाने लग जाता ! और कभी तो आंटी की गर्दन पर काट भी लेता अब आंटी को भी मजा आने लगा !
आंटी पूरी गरम हो गयी थी , और मुझे भी बहुत मजा आ रहा था ! आंटी ने कहा जल्दी से मेरे कपडे उतार दो मुझसे रहा नहीं जा रहा ! मैंने आंटी की मैक्सी उतारी आंटी ने नीचे कुछ नहीं पहना था ! जो लण्ड रोज आंटी की चुत को देख कर मुठ मरता था आज वो चुत मेरे लंड से चुदने को तैयार थी !
अब आंटी मेरे सामने पूरी नंगी थी ! आंटी ने अपने पैर चौड़े किये और मेरे सर के बाल पकड़ कर मेरे मुँह को अपनी चुत पर रगड़ने लगी ! मेरे होठ आंटी की चुत पर रखते ही पूरे शरीर में करंट सा दौड़ा और कहा इसे चाटो दोस्तों मैं आंटी के लिए कुत्ते की तरह उनकी चुत चाटने लगा !
मैं पूरे आधे घंटे तक आंटी की चुत की चटवायी की उनकी चुत में से बहुत सूंदर खुसबू आ रही थी ! और फिर आंटी कहने लगी मेरे अंदर आग लगी है इसे मिटा दो !
यह सुन कर मैंने आंटी के बूब्स जोर – जोर से दबाने लगा और बूब्स पर काटने लगा ! आंटी के बड़े – बड़े और गोर बूब्स को भी लाल कर दिया ! आंटी जी भी जोर से सिसकारियां लेने लगी !
मैं उनके नाभि को भी चूसने लगा ! में अपनी जीभ से आंटी के पूरे बदन को चाटने लगा ! मैंने अपनी पैंट उतारी और अपना लण्ड आंटी के हाथ में दे दिया ! मैंने आंटी से कहा आंटी जरा इसे भी अपने मुँह में लेकर थोड़ी ख़ुशी दे दीजिये !
आंटी ने पहले मुंह में लेने से मना कर दिया ! फिर मैंने आंटी को मनाया और आंटी मेरा लण्ड मुँह में लेकर चूसने लगी ! फिर क्या होना था मैंने आंटी के बालों को कसकर पकड़ा और अपने लंड से आंटी के मुँह को चोदने लगा !
मेरा लंड आंटी के मुँह में पूरा नहीं आ रहा था ! आंटी को अच्छे से सांस भी नहीं आ रहा था फिर भी मैंने आंटी को छोड़ा नहीं आंटी लाल हो गया और मेरा रस आंटी के मुँह में ही निकल गया आंटी उसे पिने लगी !
आंटी ने कहा इतना मोटा लंड तो तुम्हारे अंकल का भी नहीं है ! आओ अब मेरी सुखी – सुखी चुत को अपने मोटे ताजे लंड से गीली कर दो ! मैंने आंटी का एक पैर बेड पर रखा और एक जमीन पर और अपने लंड को आंटी की चुत की काली मोरी पर रखा और जोर से एक बार में ही झटके के साथ डाल दिया !
आंटी जोर – जोर से सिसकारियां लेने लगी मैं उन्हे जोर – जोर से चोदने लगा तभी आंटी कहने लगी तुम्हारा लंड बहुत मोटा है जरा धीरे से डालो ! यह सुनकर में जोश में आकर एक और झटके के साथ पूरा लंड चुत के अंदर गाड़ दिया मेरा सारा रस आंटी की चुत में डाल दिया !
आंटी को भी पूरे मजे आ रहे थे ! आंटी जोर से चिल्लाने लगी मेरा सारा माल आंटी की चुत में झड़ गया ! फिर जब हम दोनों रुके तो दोनों ही जोर – जोर से सांस ले रहे थे !
आंटी ने मेरा लण्ड को किस करते हुए कहा तुम्हारे इस लण्ड ने तो तो मेरी चुत ही पाड़ डाली ये तो तो मेरे बहुत काम का है ! इतना कहकर आंटी ने फिर से मेरा लण्ड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी ! और मेरा लण्ड फिर तन गया में दुबारा आंटी को चोदने लगा !
ये सिलसिला फिर चलता रहा मैं आंटी के पास रोजाना जाने लगा ! दोस्तों यह थी मेरी और आंटी की कहानी आप कमेंट करके बताएं की आपको कहानी कैसी लगी ! अगली कहानी भी मैं इसी वेबसाइट पर डालने वाला हूँ ! आप रोजाना इसी वेबसाइट www.antarvasnakatha.com पर विजिट करें !