नंगी मौसी की चुत में मेरा लण्ड-Antarvasana Hindi Sex Kahaniyan

नमस्कार दोस्तो, यह मेरी पहली धमाकेदार मौसी कहानी है जिसे मैं खुद अगर याद करूं तो लंड फूल जाता है, हाथ खुद व खुद चड्डी में घुस जाता है और पजामा ऊपर सरक जाता है. दोस्तों यह कहानी मेरी और मेरी नंगी मौसी की है !

ज्यादा वक्त खराब न करते हुए में बताना चाहूंगा कि मेरा नाम विकास है और राजस्थान का रहने वाला हूं। मेरा लंड 7 इंच का है और उम्र 21साल, मैं गोरा चिट्ठा गबरू जवान जिस पर कई लड़कियां मरती हैं. मगर मैं तो अपनी मौसी पर फिदा हूँ। आहा क्या मजा आता है सोचते हुए ही … लंड खड़ा हो गया। hindi sex kahaniyan फिगर तो ऐसा की दूध तरबूज हों, कमर ऐसी की ‘हो ही ना…’ और गांड ऐसी कि पांच हाथों में भी ना आये! संभाल के दोस्तो … कहीं तुम्हारी चूत गीली और लंड फट ना जाये!

मौसी का गोरा बदन, नशीली आंखें, कुदरत की ऐसी कारिस्तानी है वो कि नपुंसक का भी लंड खड़ा होकर सलामी देने लगे।
मेरी मौसी के 2 बच्चे हैं, एक तीन साल का और दूसरा दो साल की!

चलो दोस्तों, एक हाथ मोबाइल पर हो और दूसरा अपनी चड्डी में!

बात करवा चौथ के एक दिन पहले की है, क्या बताऊँ दोस्तों क्या हुआ मेरे साथ … करवाचौथ के बाद दिपावली भी आने वाली थी तो मैं अपनी (मौसी ) के घर पर ही था उनकी मदद के लिए। मौसा गांव गए हुए थे अपने पिता जी को लाने। तो घर पर में, मौसी और बेटी ही थे क्योंकि मैं मौसी के 3 साल के लड़के को अपने घर छोड़कर आया था ताकि वो परेशान न करे।

हाँ तो दोस्तो सुनो … उस दिन मौसी ने मैक्सी पहन रखी थी और ऊपर से उनके दूध तो ऐसे बाहर आना चाह रहे थे जैसे कि जबरदस्ती बंद करके रखें हों! क़रीब आधे से ज्यादा बाहर ही थे मेरा तो क़ुतुब मीनार सलामी दी रहा था उस वक़्त। blue film hindiआपको बता दूं कि मैं और मेरी मौसी काफी फ्रैंक रहा करते थे। तो मैंने उनके साथ काम करवा दिया था सुबह 8 बजे से 12  तक … काम हो गया था, फिर मौसी ने धन्यवाद यू बोलकर मुझे चाय पिलाई।

फिर मौसी नहाने चली गयी और मैं उनकी बेटी को खिला रहा था, वो जग रही थी। मेरे मन में कहीं भी ऐसा विचार नहीं था कि मौसी की चूत मारूं।मौसी नहा कर आ गयी कुछ देर बाद और वहीं आलती पालथी मारकर बैठ गयी दूसरी मैक्सी में और बेटी को ले लिया. antarvasana

तब तो भेनचो … मेरी आँखें फट गई जब मैंने देखा कि मौसी के आँखों में पानी आ गया है बाल गीले होने के कारण … तो उन्होंने अपनी मैक्सी उठाकर अपनी आंखें पौंछी तो उनकी लाल चड्डी मेरे सामने थी और पूरी नंगी टांगें … वाह … क्या किस्मत थी मेरी!
और मैं तो घूर ही रहा था कि उन्होंने मुझे देख लिया और झट से अपनी चूत ढक ली … और अपनी बेटी को दूध पिलाने लगीं. तो मैं उठ ही रहा था तो उन्होंने मुझसे कहा- विकास , ज़रा प्रिया को बुला ला!

मौसी की पड़ोसन प्रिया को मैं बुलाकर दुकान पर चल गया और उनकी चूत का द्रिश्य सोचने लगा। मैं लौट कर आया तो प्रिया दीदी जा चुकी थी। उन्हें मौसी ने मेहंदी लगाने के लिए बुलाया था दोनों हाथों में। तो मैं वहीं बैठ गया और उनकी बेटी भी सो गई थी।

मैं मोबाइल चला रहा था तो तभी अचनाक वो हुआ जो लंड खड़ा कर दे।
मौसी लेटी हुई थी और पता नही क्यों … वो मदहोश कर देने वाली सिसकारियां लेने लगीं और बेड पर लेटे लेटे ही हिलने लगीं। मेरा तो लंड पाजामे से बाहर आने वाला ही था। उनकी आवाज़ें तेज होने लगीं- ह्म्म्म ममम सोऊनन्ननन आह अआआआह आह!
मौसी की सांसें तेज होने लगी और मेरी धड़कनें भी … पर वो बड़ी बेचारी लग रही थी मानो बेबस हों!

मैं देख रहा था कि वो अपना शरीर उठा उठाकर पटक रहीं थी, उनके दूध बाहर निकलते ही जा रहे थे।
पर मैं डर हुआ था कि हुआ क्या ह उनको।
यही सोचते सोचते धड़ाम से उनके दोनों दूध बाहर आ टपके. मेरी तो फट गयी भेनचो क्या करूं क्या न करूं?
मौसी की आंखों से आंसू निकल गए। वो चिल्लाती जा रही थी दर्द से और अपनी चूत को बार बार उठा रहीं थी, अपनी टाँगों को बुरी तरह रगड़ रही थीं।

सोचो दोस्तो … आपके सामने ये हो रहा हो?

मौसी के दूध हिल रहे थे और उन्हीं के मुंह पर पड़ रहे थे।
मैं तो पागल हो गया था यह नजारा देख कर … मौसी बहुत गर्म हो चुकी थी। मैंने उनका चेहरा पकड़ा और कहा- क्या हुआ मौसी ?
वो तो सिसकारियां लिये जा रही थी और  antrawasna चिल्लाये जा रही थी।

नज़ारा तो ऐसा था कि कोई 12 इंच मोटा लंड मौसी  की चूत में हो।

मैंने पूछा- क्या हुआ?
तो उन्होंने अपनी चूत की तरफ इशारा करते हुए दर्द भरी आवाज में कहा- खोलो।
तो मैं तो चौंक गया। वो अपने हाथों को हिला भी नहीं रही थी चाहते हुए भी।

मैंने उनकी मैक्सी खोली तो उनसे ज्यादा मेरी गांड फट रही थी।यहां से मेरी पहली चुदाई की दास्तान शुरू हुई।मैंने उनकी नीली चड्डी के ऊपर से हाथ फेरा तो वह सहम उठी। मैंने चड्डी उतारी तो मुझे विश्वास नहीं हुआ जो मैंने देखा। बहनचो … झांटों में एक लाल चींटी चिपकी हुई थी।

मेरी तो ऐसी तैसी हो गयी देख कर … और मैं समझ गया क्या हुआ था।

मौसी तो अभी भी इतनी दर्द में थी कि कुछ चाहकर भी कह न पायी। तो मैंने सीधे उनकी झांटों में अपनी उंगली पेल दी और चींटी को हटा कर फेंक दिया.
पर मौसी दर्द में थी और चिल्लाये जा रही थी।

तो मैंने कुछ न सोचते हुए सीधे उनकी चूत चाटने लगा और sex khani बेरहमी से चाटते हुए उनके मुंह पर हाथ रख दिया और चुप कराने की कोशिश की।
वो तो सहम उठी और हिलने लगी।

मैंने फिर उनके दूध दबाए जो कि हाथ में आ ही नहीं रहे थे।
उफ्फ … वो मजा चूत चाटते चाटते काटने का।

नंगी मौसी की चूत सख्त हो चुकी थी और दूध भी। उनका दर्द कम होने के बाद मैंने उनके दूध चाटे चूसे … इतने मुलायम की मखमल जैसे हों। फिर उनके लबों पर अपने होंठ रख दिये। इतनी देर में मौसी झड़ चुकी थीं।

फिर मैंने कहा- मुझे माफ़ कर दो मौसी ! ये सब अनजाने में हुआ. और मैं मौसी को किस करके जाने लगा तो उन्होंने कहा- ओये मादरचोद … रुक भोसडी के … चूत चाट के मर्द बन रहा है? अभी तो मैं दर्द में थी. तूने अभी जंगलीपन देखा कहाँ है. इधर आ और निकाल अपना लंड। अभी तूने मेरा देखा ही क्या है।

मैं डर गया और चुपचाप उनके पास खड़ा हो गया. antrvsna उनके हाथ में मेहंदी लगी थी, तो बोली- अब क्या घूरता रहेगा या मिलवाएगा अपने लंड से?
मैंने अपना लंड निकाल कर उनके मुंह में दे दिया, उनके मुंह में पूरा ही नहीं आया।
पर मैं उनके मुंह की चुदाई करने लगा … मैं झड़ गया उन्हीं के मुंह में।

फिर मौसी ने अपने कपड़े उतरवाए। मौसी का पूरा नंगा शरीर तो ऐसा था कि समझ नही आ रहा था क्या देखूँ। माँ चोद दी मेरे दिमाग की नंगी मौसी ने!

नंगी मानी मौसी को कहा- लेटो!
तो वो टांगें फैला कर लेट गयीं और उनकी उभरी हुई चूत तो मस्त थी यारों!
मैंने मौसी की चूत पर लंड रखा तो वो डर गयीं की आज तो उनकी चूत गयी।

मैंने हल्का धक्का मारा तो कुछ नहीं हुआ। उन्होंने होंठ दबा लिए। मैंने जोश जोश में गांड तक का दम लगा दिया और पूरा लंड एक ही बार में पल दिया।
उनकी आवाज तो ऐसे आयी कि किसी ने कान पर खड़े होकर चिल्ला दिया हो। antervashna
उनके आंसू निकल गए, वो बोली- साले आखिरी बार नहीं चुद रही हूं, आगे भी तो मुझे तुझसे चुदना है. बाहर निकाल अपने हथौड़े को!

मगर मैं तो हवस का पुजारी बन गया था उस वक़्त और मौसी की चुदाई चोदता गया अपनी मौसी  को!
वो चिल्ललाने लगी- बस्सस्स … रुकक … हहहह …. हूहूहूह मम्मम मम्मी ईई!
मैं रुकने वाला नहीं था और 20 मिनट के बाद मैं झड़ गया।

और फिर भी मैं रुका नहीं … मैं मौसी  को प्यार करता रहा, चूमता रहा. 30 मिनट चुम्मा चाटी के बाद मैं मौसी की बड़ी और मुलायम गांड पर पहुँच गया और उसे चूमने चाटने लगा. मौसी मेरी मंशा समझ गयी और बोली- नहीं विकास … गांड नहीं!
पर मेरा तो मन था मौसी की गांड मारने का … मैंने उनको उल्टा लिटा दिया और लंड टिका दिया उनकी गांड में।

इतना तो नंगी मौसी चूत चुदाई में भी नहीं डरी थीं। मैंने मौसी की गांड चोदने से पहले उनके चूतड़ों पर जोरदार 5-7  तमाचे जड़ दिए और वो बहुत जोशीली हो गयी फिर मैंने मस्त गांड चुदाई करी।

बाद में दो बार और चोदा उसी दिन। मुझे 10 बज गए वहां से निकलते निकलते। अब तो मैं जब चाहे तब मौसी की चूत और गांड चुदाई कर लेता हूँ. मौसी ने कभी मना नहीं किया! 

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दोस्तो, और भी कई किस्से हैं मेरे और मेरी मौसी के साथ। वैसे मौसी  का नाम टीना है।
उम्मीद है लड़कियों की चूत गीली हो गयी होगी और लड़कों का लंड पूरा तैयार होगा चुदाई के लिए!
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